Mobile phone खरीदने से पहले इन बातों को समझ लें नहीं तो ठगे जाओगे ।

जैसा कि अभी आप लोग जानते ही हैं कि अभी अभी का दौर जो है मोबाइल के बिना किसी भी इंसान का दिनचर्या पूर्ण नहीं हो रहा है वैसे में मोबाइल कंपनियां आकर्षक आकर्षक मोबाइल को बाजार में उतारे जा रहे हैं इन सभी आकर्षक मोबाइलों को देखकर मोबाइल इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और वह लोग नए से नए फोन को लेना चाहते हैं और अपने आप को अपग्रेड करना चाहते हैं और साथ ही साथ अपने मोबाइल फोन को ताकि उनका वर्चस्व अपने साथी संगतियों में बना रहे कि यह देखिए हमेशा अपने मोबाइल फोन को अपग्रेड करते आ रहा है तो ऐसे में आप लोग जान ले इस पोस्ट के माध्यम से की मोबाइल कंपनियां हर फोन को कुछ ना कुछ कमियां छोड़ ही देती है कोई भी फोन आपको पूर्ण रूप से सही नहीं मिलेगा जिसमें की सारी चीज आपके अनुसार हो किसी मोबाइल में आपको बैटरी बैकअप अधिक मिलेगा तो किसी में काम किसी में मोबाइल कैमरा अच्छा मिलेगा तो किसी मोबाइल में कैमरा अच्छा नहीं मिलेगा किसी में आपको डिस्प्ले अच्छा मिलेगा तो किसी मोबाइल में का डिस्प्ले उतना अच्छा नहीं मिलेगा तो आप लोग इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि आप लोग कौन से मोबाइल को खरीदें ताकि आपकी दिनचर्या को अच्छे से चला सके।
अभी के मार्केट में इतने सारे फोन आ चुके हैं कि कंफ्यूज हो जाते हैं व्यक्ति की कौन सा फोन ले और कौन सा ना लें कि ब्रांड का लें और किस ब्रांड का ना ले कितना मेगापिक्सल कैमरा का ले और कितना मेगापिक्सल कैमरा का ना लें तो चलिए आज के पोस्ट में सारा चीज आपको क्लियर किया देता हूं कि आपके मोबाइल लेने से पहले किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखना है ताकि आपको एक अच्छा स्मार्टफोन मिल सके और आप अपने आप को स्मार्ट बनाकर रख सके।

तो सबसे पहले आपको सुनिश्चित करना है कि आप जो मोबाइल खरीदने वाले हैं यानी कि जो स्मार्टफोन आप लेने वाले हैं वह आपका एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम लेना चाहते हो या आईफोन आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम लेना चाहते हो अगर आपका बजट अत्यधिक है और सिक्योरिटी पर्पस के लिए लेना चाहते हैं तो आपको आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम की तरफ जाना चाहिए और अगर आपका बजट कम है तो एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम की ओर जाएं वैसे लोस में आपको सिक्योरिटी फीचर अत्यधिक हार्ड मिल जाता है क्योंकि यह फोन महंगा होता है तो इसके लिए आप लोग आईफोन से ले सकते हैं आईफोन 11 प्रो ले सकते हैं आईफोन 11 ले सकते हैं लेकिन आज का इस पोस्ट में आपको एंड्रॉयड के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी क्योंकि
 ज्यादातर उपभोक्ता एंड्रॉयड यूजर ही है तो चलिए एंड्रॉयड फोन के बारे में जानते हैं कि कैसा एंड्रॉयड फोन होना चाहिए।

अगर आप एक एंड्रॉयड उपभोक्ता यूजर है तो सबसे पहले आप लोग को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए उसे पर चर्चा करते हैं

1.प्रोसेसर का चुनाव अत्यधिक महत्वपूर्ण
एक फोन की जान मान सकते हैं उसे फोन के प्रोसेसर को फोन को स्पीड चलने कैमरा की अच्छी क्वालिटी प्रदान करने पर एक प्रोसेसर ही निर्भर करता है
दूसरा चिप का साइज जितनी छोटी होती है उतना ही परफॉर्मेंस आपका बढ़िया होता है चिप की साइज को नैनोमीटर से मापा जाता है 12 म से बड़े चिप को जल्दी लोन ले क्योंकि इसकी यह पुराना के सेट है ज्यादातर 8 म तक का साइज वाला चिप जी मोबाइल में रहता है उसे आप लोग ले सकते हैं
और एक चीज नई जनरेशन का की क्वालिटी कम स्नैप ड्रैगन 888 में 5 नैनोमीटर का चिप लगा हुआ रहता है और जबकि पुराने जनरेशन के क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 865 प्लस में 8 नैनोमीटर का साइज का चिप लगा हुआ होता है जो कि आपका एक दो साल के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है परंतु नए को प्रोसेसर जैसे कि स्नैपड्रैगन 888 में 5 नैनोमीटर का चिप लगा हुआ रहता है वह आपका बहुत अच्छा प्रोसेसर सिद्ध हुआ है
तो इसमें से आप लोग अगर चंगे तो इसमें से आप लोग चुना है स्नैप ड्रैगन 888 नैनो चिप

2.RAM और ROM की विशेषता जो की एक मोबाइल फोन में जरूरी है
जितनी ज्यादा रैम होगी फोन में उतनी बढ़िया आपका मोबाइल चलेगा यानी की एप्लीकेशन को रन करने में रैम की अत्यधिक भूमिका होती है इसलिए जितना ज्यादा रैम का फोन होगा उतना ज्यादा एप्लीकेशन आपके फोन के बैकग्राउंड में रन करेगा यानी कि चलेगा और जितना कम रैम होगा मोबाइल फोन में उतना कम बैकग्राउंड में एप्लीकेशन चलेगा जो कि कुछ देर बाद सोता ही बंद भी हो सकता है
बजट फोन में 3GB से 4 जीबी वाले रैम से काम चल जाता है जबकि मीडियम फोन में 6GB रैम से काम चल जाएगा और जहां तक फ्लेक्सी फोन की बात की जाती है तो आजकल 12 जीबी रैम आम बात हो चुका है क्योंकि आजकल 12GB रैम से भी ऊपर आने लगा है परंतु फ्लेक्सी फोन में आपको 8GB रैम से काम आसानी से चलाया जा सकता है।
स्टोरेज की बात की जाए तो यानी कि रम की बात की जाए तो आपकी बजट के अनुसार आप अपने संविधान अनुसार अपने कार्य से लिए अनुसार अपने इच्छा अनुसार स्टोरेज क्षमता वाले फोन को ले सकते हैं और ध्यान रखें कि अगर आपके मोबाइल में मेमोरी स्टाल लगा हुआ है तो इसमें चिंता करने की बात और नहीं है क्योंकि आप एक्सटर्नल मेमोरी कार्ड उसमें लगाकर आप मेमोरी को एक्सपेंडेबल कर सकते हैं।

3.डिस्प्ले का चुनाव
एक फोन कोआकर्षक बनाने के लिए उसे फोन का डिस्प्ले आकर्षक होना अत्यधिक आवश्यक है क्योंकि ज्यादातर हम फोन को देखते हैं तो सबसे पहले हमें डिस्प्ले को ही देखना पड़ता है यानी कि स्क्रीन को तो जब तक आपका डिस्प्ले यानी स्क्रीन अच्छा क्वालिटी का ना हो तो आप ज्यादा देर उसमें कार्य नहीं कर सकते हैं वर्क नहीं कर सकते हैं या गेमिंग नहीं कर सकते हैं तो यहां पर डिस्प्ले आपके मोबाइल में दो प्रकार की दी जाती है एक दी जाती है एलसीडी और दूसरी दी जाती है यह एमोलेड डिस्प्ले तो इसमें एलसीडी का जो डिस्प्ले होता है उसमें काफी ब्राइटनेस होता है काफी चमकीलापन रहता है और अमोलेड जो डिस्प्ले कहा जाता है उसे डिस्प्ले में एक-एक पिक्सल बंद होता है जिसके कारण बैटरी का खपत कम होता है साथ ही साथ उसमें लाखों मिलने कलर देखने को मिल जाता है जिसमें कि आप लोग अगर मल्टीमीडिया देखते हो मल्टीमीडिया वीडियो देखते हो तो काफी आकर्षक उसमें कलर दिखाने को मिल जाएगा तो अगर इसमें चुनाव करना हो कि दोनों डिस्प्ले में से किसको लेना है तो मोबाइल में देखने की अमोलेड डिस्पले जिसमें हो तो वह बेहतर होगा या डिस्प्ले एलसीडी के मुकाबले काफी अच्छा होता है।

4.स्क्रीन रेजोल्यूशन एंड रिफ्रेश रेट
देखिए यहां पर स्क्रीन रेजोल्यूशन और रिफ्रेश रेट काफी ज्यादा मायने रखता है अगर आपका मोबाइल चेंज से अधिक है या चेंज का डिस्प्ले है उसमें फुल एचडी लेना जरूरी है रिफ्रेश रेट सही रहने पर आपका मोबाइल स्मूथ चलेगा आपका गेमिंग स्मूथ होगा आपका टाइम टाइपिंग स्मूथ होगा यानी कि हर स्क्रीन से जुड़ा हुआ चीज स्मूथ होगा तो इस बातों का ध्यान जरूर रखें स्क्रीन रेजोल्यूशन एंड रिफ्रेश रेट को

5.मोबाइल का कैमरा
आजकल फोनों में चार कैमरा पांच कैमरा तीन कैमरा आने लगा है तो यह कंपनियां लोहान्वित करती है ताकि उपयोगकर्ता इन सारे फोन का इस्तेमाल करें और कंपनी को फायदा मुखिया करें तो आप लोग उसमें ना जाएं आप लोग ध्यान रखें कि मतलब कैमरा ले मेगापिक्सल पर उतना गौर ना करें क्योंकि अगर मेगापिक्सल 108 मेगापिक्सल का कैमरा होता अच्छा तो एप्पल फोन को बीट कर देता परंतु ऐसा नहीं होता है क्योंकि कैमरा मां तौर पर सेंसर साइज कैमरा लेंस साइज और शटर फॉक्स पर काम करता है तो आप लोग ध्यान रखेंगे कि किसी किसी फोन को लेने के लिए जब कैमरा आप लोग चेक करते हो तो कैमरा में देखें कि उसमें सबसे बड़ा सेंसर साइज दिया हुआ है कि नहीं जितना बड़ा सेंसर साइज रहेगा उतना ही फोटो क्वालिटी आपको अच्छा मिलेगा चाहे वह कैमरा 8 मेगापिक्सल का हो 64 मेगापिक्सल का हो या 50 मेगापिक्सल का पिक्सल पर न जाए और कैमरा का सेंसर साइज पर जाएं ताकि आपको एक अच्छा कैमरा क्वालिटी वाला फोन मिल सके

6.अच्छी बैटरी बैकअप
फोन में जितनी बड़ी स्क्रीन उतना ही बैटरी का खपत जितना रिफ्रेश रेट ज्यादा उतना ही बैटरी का खपत मोबाइल स्क्रीन का रेजोल्यूशन जितना ही है उतना ही बैटरी का खपत तो जी हां दोस्तों इसे ध्यान में रखते हुए आप लोग बैटरी बैकअप यानी कि अकाउंट 100 एम 5000 मा ऐसी बैटरी वाले मोबाइल को ले ताकि आपका बैटरी बैकअप भी बरकरार है और साथ ही साथ ध्यान रखें की बैटरी को चार्ज करने के लिए उसका चार्जिंग और मोबाइल में कितना वाट का चार्जिंग सपोर्ट करता हो ज्यादा से ज्यादा वाट का चार्जिंग सपोर्ट वाले फोन को ही लें ताकि कम समय में आपका मोबाइल बैटरी को चार्ज कर सके और जल्दी ही चार्ज हो जाए आपका तो हालांकि अभी के दौर में 10 वॉट से काम का चार्जर वाला फोन आता ही नहीं है हालांकि आपको 18 वॉट मिनिमम चार्जिंग से ऊपर वाला ही मोबाइल को खरीदना जरूरी है ताकि आपको पछतावा बाद में ना

7.वजन एवं कंफर्ट
देखिए आज के दौर में उपयोगकर्ता स्पेसिफिकेशन को देखकर मोबाइल को खरीद रहे हैं पर वचन और कंफर्ट को ध्यान में ना रख रहे हैं और बाद में जब वह मोबाइल उसे करते हैं तो सोचते हैं कि काश मेरा फोन भी कंफर्ट फील होता या पॉकेट फ्रेंडली होता तो जी हां दोस्तों ज्यादातर हम लोग फोन को अपने पैकेट में रखते हैं तो उसके लिए मोबाइल फोन का वजन हल्का होना चाहिए मोबाइल फोन स्लिम होना चाहिए

आशा करते हैं कि यह जानकारी आप सभी को अच्छी लगी हो अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें ताकि लोगों को भी जानकारी मिल सके और अच्छे मोबाइल फोन को खरीदने में उन्हें मदद मिले।


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